वर्तमान छात्र
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ में विज्ञान-आधारित अभियांत्रिकी शिक्षा पाठ्यक्रम अपनाए गए हैं जिससे कि अच्छे और कुशल वैज्ञानिक अभियंता तैयार हो सकें। इससे बृहत स्तर पर ज्ञान प्राप्त करने में सुविधा होती है और साथ-ही साथ जीवन-पर्यंत सीखने एवं अन्वेषण करने के लिए अवसर मिलता है। छात्रों को हमेशा प्रोत्साहित किया जाता है किवे कक्षा से बाहर जाकर शोध परियोजनाओं में स्वतंत्र रूप से शोधकार्य करें,निर्देशित पठन करें और संकाय सदस्यों के निर्देशन में चल रहेशोध कार्यों में शामिल होकर अपना ज्ञान वर्धन करें।पाठ्यक्रम की इस बुनावट की पृष्ठभूमि में मूल विचार यह विश्वास दिलाता है कि कक्षाओं की गतिविधियों का पूरक स्वतंत्र अध्ययन अवश्य हो तथा इस शिक्षण से निजी स्तर पर शोध कार्य हों जिनसे व्यक्ति की सोच का क्षितिज विस्तार होता हो और उसके विचारों के उपयोग से किसी के लिए सुअवसरों के मार्ग खुलते हों। संस्थान में शिक्षण कार्यक्रम के लिए सत्र-आधारित क्रेडिट प्रणाली अपनाई गई है। किसी छात्र के कार्य निष्पादन का निरंतर मूल्यांकन इस क्रेडिट प्रणाली की प्रमुख विशेषता है और इसका लचीलापन पढ़ाई जारी रखने की न्यूनतम आवश्यकताओं को पूरा करने की शर्त पर, छात्र को अपनी क्षमता अथवा सुविधा के अनुसार सबसे अधिक अनुकूल गति से प्रगति करने का अवसर देता है। संतोषजनक प्रगति एवं पाठ्यक्रम में निरंतरता बनाए रखने के लिए न्यूनतम ग्रेड प्वाइंट एवरेज़ (जीपीए) आवश्यक है।