निदेशक का संदेश

निदेशक भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़

प्रो. राजीव आहूजा

निदेशक का संदेश

मेरे लिए यह अत्यंत हर्ष और गर्व की बात है कि मैं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ के निदेशक के रूप में सेवा दे रहा हूँ।

भा.प्रौ.सं. रोपड़ की स्थापना वर्ष 2008 में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की शिक्षा और अनुसंधान में उत्कृष्टता स्थापित करने के उद्देश्य से की गई थी। पिछले एक दशक से अधिक समय में भा.प्रौ.सं. रोपड़ ने अभियांत्रिकी, विशुद्ध विज्ञान तथा सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में एक अग्रणी संस्थान के रूप में अपनी पहचान बनाई है।

आज भा.प्रौ.सं. रोपड़ तकनीकी समाधान और सतत विकास संबंधी अनुसंधान में महत्वपूर्ण योगदान देने तथा तकनीकी संसाधनों की सतत प्रगति की दिशा में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए तैयार है। संस्थान अगली पीढ़ी को नेतृत्व के लिए तैयार कर रहा है जो आने वाले वर्षों में इस पथ को आगे बढ़ाएंगे। संस्थान नवाचार, रचनात्मकता और उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए एक वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। हम भा.प्रौ.सं. रोपड़ में उद्योग और समाज के लाभ के लिए अंतःविषय अनुसंधान और विकास को दृढ़ता से प्रोत्साहित करते हैं।

हम सभी क्षेत्रों में नेतृत्व कौशल विकसित करने पर जोर देते हैं। हमें गर्व है कि संस्थान अभियांत्रिकी और विज्ञान विभागों के बीच तालमेल का लाभ उठाने में सक्षम है। ऐसा करते हुए हमें विश्वास है कि संस्थान अद्वितीय और नवीन कार्यक्रमों का निर्माण करना जारी रखेगा, जो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देगा। हमें पूर्ण विश्वास है कि हमारे सभी प्रयास व्यापक शैक्षणिक परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण उपलब्धियों के प्रतीक रूप में विकसित होंगे। आशा है कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी के सभी प्रमुख क्षेत्रों में हमारे प्रयास शैक्षणिक नवाचार, उच्चस्तरीय शोधपत्र प्रकाशन, उद्धरण और तकनीकी विकास जैसे उत्कृष्ट परिणाम प्रदान करेगा।

अंत में मैं सभी से अनुरोध करता हूँ कि कोविड संकट के इस कठिन समय में स्वयं और अपने परिवार का ध्यान रखें। यह समय भी बीत जाएगा और हम पुनः अपनी यात्रा आरंभ करेंगे ताकि भा.प्रौ.सं. रोपड़ को हमारे देश के श्रेष्ठ शैक्षणिक केंद्रों में से एक बना सकें।