February 2022

श्रीमती अमृता प्रीतम हिंदी व्याख्यानमाला

द्वितीय व्याख्यान


हिंदी प्रकोष्ठ, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ ने श्रीमती अमृता प्रीतम हिंदी व्याख्यानमाला के अंतर्गत दिनांक 24 फरवरी 2022 को पंजाब के हिंदी उपन्यास में चित्रित पंजाबी जनजीवन विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया। इस अवसर पर उक्त विषय पर व्याख्यान देने हेतु गुरु नानक देव विश्वविद्यालय, अमृतसर के हिंदी विभाग की प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सुधा जितेन्द्र को विशेष रुप से आमंत्रित किया गया था।



भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ का प्रथम स्थापना दिवस के कार्यक्रम के अंग के रुप में इस व्याख्यानमाला को आयोजित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा, भा.प्रौ.सं. रोपड़ के अधिशासी मंडल के अध्यक्ष एवं पूर्व अध्यक्ष, इसरो डॉ. के. राधाकृष्णन आदि मान्यवरों के साथ अन्य गणमान्य विभूतियां भी इस व्याख्यान की साक्षी बनी।


यह व्याख्यानमाला हिंदी साहित्य के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डालते हुए हिंदी भाषा के प्रति संस्थान तथा संस्थान से इतर सदस्यों में जागरुकता पैदा कर इनके ज्ञान में वृद्धि करने के साथ साथ हिंदी भाषा के प्रति प्रेम और निजता का भाव भी पैदा करने के उद्देश्य से आरंभ की गई थी।


आमंत्रित वक्ता महोदया ने हिंदी भाषा और साहित्य पर अपने विचार साझा करते हुए हिंदी साहित्य में पंजाबी साहित्यकारों के योगदान पर प्रकाश ड़ालते हुए इन साहित्यकारों की रचनाओं में चित्रित पंजाबी जनजीवन पर सभी के साथ अपने विचार साझा किए।


आमंत्रित वक्ता महोदय ने अपने वक्तव्य में कहा कि भले ही हम तमाम तकनीकी एवं प्रौद्योगिकी क्षमता प्राप्त कर लें किंतु इन हमारी इन तमाम प्रौद्योगिकी उपलब्धियों के पश्चात भी संस्कार का सॉफ्टवेयर बनाना असंभव है। साथ ही, आमंत्रित वक्ता महोदया ने कहा कि पंजाब, पंजाबी और पंजाबीयत को समझना है तो गुरु ग्रंध साहिब की चर्चा के बगैर इसे नहीं समझा जा सकता।


      

इस अवसर पर संस्थान संस्थान के सभी अधिष्ठाता, सह अधिष्ठाता एवं विभागाध्यक्षों के साथ साथ सभी संकाय सदस्य, कर्मचारीगण तथा विद्यार्थी बड़ी संख्या में आनलाइन माध्यम से उपस्थित थे।