March 2022

श्रीमती अमृता प्रीतम हिंदी व्याख्यानमाला

तृतीय व्याख्यान


हिंदी प्रकोष्ठ, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ ने श्रीमती अमृता प्रीतम हिंदी व्याख्यानमाला के अंतर्गत दिनांक 23 मार्च 2022 को संत कबीर और आज का समाज विषय पर एक व्याख्यान का आयोजन किया। इस अवसर पर उक्त विषय पर व्याख्यान देने विषय विशेषज्ञ के रुप में सुरेन्द्रनाथ सांध्य कॉलेज, कोलकाता, पश्चिम बंगाल के हिंदी विभाग के पूर्व एसो. प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी को विशेष रुप से आमंत्रित किया गया था।



भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ द्वारा आयोजित इस तृतीय व्याख्यानमाला में संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा विशेष रुप से उपस्थित थे।

यह व्याख्यानमाला संत कबीर और उनके विचारों की प्रासंगिकता पर प्रकाश ड़ालने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी।

आमंत्रित वक्ता महोदय ने हिंदी साहित्य में संत कबीर के योगदान और महत्व पर सभी के समक्ष एक संक्षिप्त विवेचन प्रस्तुत किया। आमंत्रित वक्ता महोदय ने संत कबीर के विभिन्न दोहों के माध्यम से संत कबीर की वाणी और उसकी आज के समय में प्रासंगिकता को इंगित किया।

आमंत्रित वक्ता महोदय के वक्तव्य के पश्चात संस्थान के निदेशक प्रोफेसर राजीव आहूजा ने सर्वप्रथम डॉ. प्रेमशंकर त्रिपाठी का धन्यवाद ज्ञापित किया कि उन्होंने अपने व्यस्त समय में से इस कार्यक्रम में अपने संबोधन से सभी को लाभान्वित किया। प्रो. राजीव आहूजा ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि साहित्य केवल रसास्वादन का विषय न होकर वह समाज को बेहतर बनाने का एक माध्यम भी है और कबीर और उनकी रचनाएं इसका अप्रतिम उदाहरण है।

इस अवसर पर संस्थान के अधिष्ठाता प्रो. सी. सी. रेड्डी ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आमंत्रित वक्ता महोदय, संस्थान के निदेशक महोदय तथा उपस्थित सभी श्रोताओं का अपनी उपस्थिति से इस व्याख्यानमाला को सफल बनाने में सहयोग देने हेतु आभार व्यक्त किया।

इस कार्यक्रम का संचालन हिंदी प्रकोष्ठ के संकाय प्रभारी डॉ. अभिषेक तिवारी ने किया।