66वें - आंतरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम

हिंदी टाइपिंग के 66वें सत्र (अगस्त 2023-जनवरी 2024) के पंजीकृत सदस्यों हेतु 4 दिवसीय आंतरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ के 05 सदस्य केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान, नई दिल्ली द्वारा आयोजित किए जा रहे हिंदी शब्द संसाधन (हिंदी टाइपिंग) प्रशिक्षण कार्यक्रम में 66वें सत्र हेतु पंजीकृत किए गए। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम की अवधि 01 अगस्त 2023 से जनवरी 2024 तक है तथा इसकी परीक्षा माह जनवरी 2024 में प्रस्तावित है।

इस सत्र की परीक्षा को केंद्र में रखकर संस्थान के पंजीकृत सदस्यों की तैयारी को बेहतर बनाने के उद्देश्य से हिंदी प्रकोष्ठ ने दिनांक 04, 05, 06 और 07 दिसंबर 2023 को 04 दिनों के आंतरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया।

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षक के रुप में श्री अरविंद कुमार, सहायक निदेशक, हिंदी टंकण एवं आशुलिपि प्रशिक्षण केंद्र, हिंदी शिक्षण योजना, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, चण्डीगढ़ केंद्र को आमंत्रित किया गया था।

दिनांक 04 दिसंबर 2023 को संपन्न आंतरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रथम सत्र में प्रशिक्षक महोदय ने प्रशिक्षणार्थियों को हिंदी कुंजीपटल का परिचय एवं इसकी व्यावहारिकता , दिनांक 05 दिसंबर 2023 के द्वितीय सत्र में मुख्य रुप से व्याकरणिक चिन्हों का अभ्यास, गति अभ्यास आदि, दिनांक 06 दिसंबर 2023 के सत्र में सारणी बनाना तथा सारणी बनाते हुए ध्यान रखे जाने वाले बिंदु, विभिन्न पत्रों का टंकण आदि तथा दिनांक 07 दिसंबर 2023 को हस्तलेख पर मार्गदर्शन करते हुए विभिन्न प्रूफ शोधन चिन्हों की पहचान तथा चारों सत्रों का पुनरावलोकन किया।

इस आंतरिक प्रशिक्षण कार्यक्रम के चतुर्थ एवं अंतिम सत्र में संस्थान के हिंदी अधिकारी श्री विपिन कुमार (हिंदी अधिकारी/सहायक कुलसचिव) ने श्री अरविंद कुमार, सहायक निदेशक का धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी प्रशिक्षणार्थियों को परीक्षा में उत्तम अंकों से उत्तीर्ण होने हेतु शुभकामनाएं दी।

प्रशिक्षक महोदय का पत्र टाइपिंग तथा हस्तलेख का अभ्यास कराते हुए

प्रशिक्षक महोदय सारणी लेखन/टाइपिंग का अभ्यास कराते हुए


अंत में, सभी प्रशिक्षणार्थियों ने इस 4 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के संबंध में अपने विचारों को अभिव्यक्त किया और सभी ने श्री अरविंद कुमार, सहायक निदेशक महोदय का बहुत ही सरलता के साथ हिंदी टाइपिंग के विविध पक्षों पर मार्गदर्शन एवं अभ्यास कराने हेतु धन्यवाद किया। इस 04 दिवसीय आंतरिक कार्यक्रम का संचालन संस्थान के वरिष्ठ हिंदी अनुवाद अधिकारी डॉ. गिरीश प्रमोदराव कठाणे ने किया।