July-September
भा.प्रौ.सं. रोपड़ में हिंदी कार्यशाला का आयोजन (दिनांक 16अगस्त 2024)
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ के हिंदी प्रकोष्ठ ने दिनांक 16अगस्त, 2024 को आभासीय रुप में हिंदी कार्यशाला का आयोजन संपन्न किया। राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में इस कार्यशाला का आयोजन किया गया।

यह कार्यशाला राजभाषा कार्यान्वयन एवं हिंदी अनुवाद (अनुवादिनी सॉफ्टवेयर के विशेष संदर्भ में) विषय पर आयोजित की गई जिसमें विषय विशेषज्ञ के रुप में सहायक निदेशक (राजभाषा) एवं जनसंपर्क अधिकारी, भारतयी जन संचार संस्थान, नई दिल्ली श्री अंकुर विजयवर्गीय को आमंत्रित किया गया था। इस अवसर पर नराकास रुपनगर के सदस्य कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारीगण विशेष रुप से उपस्थित थे। इस कार्यशाला में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ के कर्मचारियों , अधिकारियों तथा संकाय सदस्यों ने अपनी सहभागिता सुनिश्चित की।

सर्वप्रथम संस्थान के हिंदी अधिकारी श्री विपिन कुमार ने आमंत्रित वक्ता महोदय का स्वागत किया। साथ ही, नराकास रुपनगर के सदस्य कार्यालयों से जुड़े अधिकारी एवं कर्मचारिगण, भा.प्रौ.सं. रोपड़ के संकाय सदस्य, अधिकारी एवं कर्मचारिगणों का भी स्वागत किया।
आमंत्रित वक्ता महोदय ने अपने मार्गदर्शन परक वक्तव्य का आंरंभ राजभाषा हिंदी से जुड़े संवैधानिक प्रावधान के साथ-साथ इस बिंदु पर भी प्रकाश ड़ाला कि आज कंप्यूटर पर हिंदी में कार्य करना अत्यंत सरल है। वक्ता महोदय ने राजभाषा विभाग द्वारा किए गए तकनीकी प्रयासों से एक-एक कर सभी के सामने संक्षिप्त रुप से रखा।


आमंत्रित वक्ता महोदय ने अपने विचार को साझा करते हुए इस बात की ओर सभी का ध्यान केंद्रित किया कि वर्तमान में सभी कंप्यूटरों में हिंदी टंकण की सुविधा उपलब्ध है और यह टंकण सुविधा कई स्वरुपों में भी उपलब्ध है। आमंत्रित वक्ता महोदय कार्यशाला के मुख्य विषय पर अपनी बात कहते हुए अनुवादिनी सॉफ्टवेयर को कैसे डाउनलोड़ कर सकते है, किस प्रकार से इसे अपने सिस्टम पर सक्रिय कर सकते है तथा इस पर किस प्रकार से कार्य को संपन्न किया जा सकता है इसका प्रात्यक्षिक सभी के समक्ष प्रस्तुत किया। वक्ता महोदय ने इस बात को स्पष्ट किया कि चुंकि पहले से कार्यालयीन कामकाज अंग्रेजी में होते आ रहे है अतः आज उन कामकाजों को हिंदी में करना है तो अनुवाद के माध्यम से ही संभव है। अनुवाद के माध्यम की महत्ता को समझते हुए और इसे अधिक प्रयोक्ता की दृष्टि से सरल बनाने हेतु राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय द्वारा अनुवादिनी सॉफ्टवेयर तैयार किया गया है।
कार्यशाला का समापन संस्थान केकार्य एवं संपदा अनुभाग के सहायक अभियंताश्रीअभिनव राज के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ। आमंत्रित वक्ता महोदय का धन्यवाद ज्ञापित करने के क्रम में श्री अभिनव राज ने अनुवादिनी सॉफ्टवेयर का अधिक से अधिक प्रयोग करने की अपील की।कार्यशाला का संचालन भा.प्रौ.सं. रोपड़ के वरिष्ठ हिंदी अनुवाद अधिकारी डॉ. गिरीश प्रमोदराव कठाणे ने किया।>