January-March

दिनांक 17 मार्च 2023 को आनलाइन हिंदी कार्यशाला का आयोजन

राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में हिंदी प्रकोष्ठ, भा.प्रौ.सं. रोपड़ ने जनवरी-मार्च 2023 तिमाही के दौरान हिंदी कार्यशाला का आयोजन संपन्न किया। संस्थान का हिंदी प्रकोष्ठ प्रति तिमाही एक कार्यशाला का आयोजन संपन्न करता आ रहा है। इसी क्रम में, दिनांक 17 मार्च 2023 को आनलाइन माध्यम से हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य संस्थान सदस्यों को तकनीक के साथ हिंदी में कार्य करने में निपुण बनाना था।

उपर्युक्त उद्देश्य की पूर्ति हेतु संस्थान सदस्यो का मार्गदर्शन करने हेतु श्री धमेंद्र कुमार, सहायक निदेशक, केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान, राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली को विशेष रुप से आमंत्रित किया गया था। श्री धमेंद्र कुमार, सहायक निदेशक ने कार्यालयीन कामकाज करते समय “अंकों का अपनी भाषा में अनुवाद कैसे करें” इस विषय पर विस्तार से मार्गदर्शन किया। इस कार्यशाला में संस्थान के कर्मचारियों ने बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता दर्ज की।

उक्त कार्यशाला में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ के कर्मचारियों के साथ-साथ नगर राजभाषा कार्यान्वयन समिति रुपनगर के सदस्य कार्यालयों/बैंको के इच्छुक सदस्य भी जुड़े।

इस कार्यशाला के आरंभिक चरण में, संस्थान के हिंदी अनुवादक ने औपचारिक स्वागत करते हुए श्री धमेंद्र कुमार जी का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से स्वागत एवं अभिवादन किया। साथ ही, नराकास रुपनगर के सदस्य सचिव श्री प्रदीप चतुर्वेदी जी का भी हार्दिक स्वागत किया।

अपने मार्गदर्शन पर वक्तव्य में श्री धमेंद्र कुमार, सहायक निदेशक ने सभी के साथ कार्यशाला के विषय पर चर्चा की।

श्री धमेंद्र कुमार जी ने अपनी भाषा में अंको के अनुवाद हेतु सॉफ्टवेयर के डाउनलोड करने की प्रक्रिया से आरंभ करते हुए इसके प्रयोग द्वारा निष्पादन तक को विस्तार के साथ समझाया। साथ ही, सभी से इसका अभ्यास भी करवाया गया।

इस कार्यशाला के अंतिम चरण में, संस्थान के हिंदी अनुवादक डॉ. गिरीश प्रमोदराव कठाणे ने नराकास रुपनगर के सदस्य सचिव श्री प्रदीप चतुर्वेदी जी को इस अवसर पर संक्षिप्त मार्गदर्शनपरक संबोधन हेतु आमंत्रित किया।

श्री प्रदीप चतुर्वेदी जी ने दैनंदिन कार्यालयीन कामकाज की आवश्यकताओं, समस्याओं पर इस प्रकार की कार्यशाला करने हेतु तथा इस कार्यशाला में नराकास रुपनगर को आमंत्रित करने हेतु भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रोपड़ का धन्यवाद किया। डॉ. गिरीश कठाणे द्वारा आमंत्रित वक्ता महोदय तथा उपस्थितों का धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यशाला समाप्त हुई।