April-June

दिनांक 15 जून 2023 को आनलाइन हिंदी कार्यशाला का आयोजन

राजभाषा विभाग, गृह मंत्रालय, भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में हिंदी प्रकोष्ठ, भा.प्रौ.सं. रोपड़ ने अप्रैल-जून 2023 तिमाही के दौरान हिंदी कार्यशाला का आयोजन संपन्न किया। संस्थान का हिंदी प्रकोष्ठ प्रति तिमाही एक कार्यशाला का आयोजन संपन्न करता आ रहा है। इसी क्रम में, दिनांक 15 जून 2023 को आनलाइन माध्यम से हिंदी कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य संस्थान सदस्यों को तकनीक के साथ हिंदी में कार्य करने में निपुण बनाना था।

उपर्युक्त उद्देश्य की पूर्ति हेतु संस्थान सदस्यो का मार्गदर्शन करने हेतु श्री राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, सहायक निदेशक, भारत सरकार, गृह मंत्रालय, राजभाषा विभाग, हिंदी शिक्षण योजना पुणे (महाराष्ट्र) को विशेष रुप से आमंत्रित किया गया था। श्री धमेंद्र कुमार, सहायक निदेशक ने राजभाषा के नियम और अधिनियम की संक्षिप्त जानकारी देते हुए नोटिंग-कार्य के संबंध में राजभाषा विभाग द्वारा निर्धारित प्रतिशत की जानकारी दी। साथ ही, सरकारी कामकाज में नोटिंग ड्राफ्टिंग के निर्धारित प्रतिशत का अनुगमन करते हुए किस प्रकार तकनीक के माध्यम से हम कम से कम समय एवं श्रम में नोटिंग ड्राफ्टिंग कर सकते है, इस पर सभी का मार्गदर्शन किया। इस कार्यशाला में संस्थान के कर्मचारियों के साथ-साथ नराकास रुपनगर के सदस्य कार्यालयों के सदस्यों ने भी बढ़-चढ़ कर अपनी सहभागिता दर्ज की।

इस कार्यशाला के आरंभिक चरण में, संस्थान के हिंदी अनुवादक ने औपचारिक स्वागत करते हुए श्री राजेन्द्र प्रसाद वर्मा जी का भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान की ओर से स्वागत एवं अभिवादन किया। साथ ही, नराकास रुपनगर के सदस्य कार्यालयों से सहभागी सदस्यों का भी स्वागत किया।

अपने मार्गदर्शन पर वक्तव्य में श्री राजेन्द्र प्रसाद वर्मा, सहायक निदेशक ने सभी के साथ कार्यशाला के विषय पर चर्चा की।

श्री राजेन्द्र प्रसाद वर्मा जी ने सभी को यह आग्रह किया कि सभी कर्मचारी सर्वप्रथम अपना कार्य मूल रुप से हिंदी में करना सुनिश्चित करें। आमंत्रित सहायक निदेशक जी ने यह बताया कि किसी भी सॉफ्टवेयर को डाउनलोड़ न करते हुए आप किस प्रकार माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में अनुवाद-कार्य, टंकण कार्य कर सकते है इसके विस्तृत जानकारी सभी के साथ साझा की।

आमंत्रित वक्ता महोदय ने माइक्रोसॉफ्ट वर्ड के उन फीचर्स के बारे में सभी को अवगत कराया जिनसे वे अपना सरकारी कामकाज आसानी से कर सकते है। साथ ही, सभी को इनका अभ्यास भी कराया।

इस कार्यशाला के अंतिम चरण में, संस्थान के हिंदी अधिकारी श्री विपिन कुमार ने आमंत्रित वक्ता महोदय और संस्थान सदस्यों तथा नराकास रुपनगर के सदस्यों का इस कार्यशाला में सहभागी होकर इसे सफल बनाने हेतु सभी का धन्यवाद किया।